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बिपरजॉय तूफान अलर्ट: राजस्थान में भारी बारिश के आसार


 तूफान बिपरजॉय अपडेट: राजस्थान मौसम पूर्वानुमान 

आगामी दो तीन दिनों में बिपरजॉय तूफान से राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के आसार हैं। खासतौर से राजस्थान के बाड़मेर व जालौर जिले में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। हालांकि इस तूफ़ान का असर राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में देखने को मिल सकता है। फिर भी जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, जयपुर व बीकानेर संभाग में तेज़ गति से अंधड़ के साथ बारिश की संभावना है। इस तूफ़ान बिपरजॉय का असर 15 जून से राजस्थान के दक्षिण पश्चिमी क्षेत्रों में दिखने लगेगा। लेकिन ज्यादातर हिस्सों में 16, 17 व 18 जून को अधिक रहने की संभावना है।

नेशनल मौसम पूर्वानुमान:

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अत्यधिक तीव्र चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय को देखते हुए गुजरात में सौराष्ट्र, द्वारका और कच्छ तटों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है।  चक्रवाती तूफान से आज भारी नुकसान होने की संभावना है और कुछ राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।  मौसम विभाग ने गुजरात, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गोवा, दमन दीव, लक्षद्वीप, दादर और नागार्जुन हवेली के लिए अलर्ट जारी किया है।

तूफान बिपार्जॉय को लेकर गुजरात में पूरी तरह अलर्ट कर दिया गया है।  उम्मीद की जा रही है कि मध्य पूर्वी महासागर से आने वाला यह तूफ़ान एक दो दिनों में गुजरात से टकराएगा।  यह आंधी अत्यंत गंभीर रूप धारण कर सकती है, जिसकी चेतावनी मौसम विभाग द्वारा लगातार दी जा रही है।  संघ के गृह पुजारी अमित शाह ने भी मंगलवार (13 जून) को ट्विस्टर बिपार्जॉय की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की.


  एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, "केंद्र सरकार और राज्यों ने मिलकर 9 साल में कई उपलब्धियां हासिल की हैं और नई आपदाओं से निपटने के लिए खुद को स्थापित किया है।"  उन्होंने आश्वासन दिया कि इसके लिए जनसत्ता पूरी तरह से तैयार है.  हमारा उद्देश्य 'जीरो सेटबैक' की गारंटी देना और चक्रवाती तूफ़ान 'बिपरजॉय' से होने वाले संभावित नुकसान को सीमित करना है।"

बिपरजॉय का आकार कैसा होता है? क्या होता है बिपरजॉय तूफ़ान? यह बिना असफल हुए समुद्र के केंद्र से कैसे चढ़ सकता है और तट पर तबाही मचा सकता है? 2017 में टाइफून ओखी, 2018 में ट्विस्टर तितली, 2019 में टोरनेडो फानी, 2020 में टोरनेडो अम्फान, 2021 में टोरनेडो टौटे, 2022 में टोरनेडो असानी और अब 2023 में बिपार्जॉय। ऐसे में हम आपको बताते हैं कि टोरनेडो कैसे आकार लेता है। बाइपोरॉय टेम्पेस्ट क्या है और यह कैसे प्रभावित कर सकता है। भारत के किन क्षेत्रों पर बिपोरजॉय का असर पड़ेगा और बिपोरजॉय से कितनी तेज हवाएं चलेंगी, कितने क्षेत्रों को नुकसान होगा।

क्या है Biporjoy का मतलब? 

Biporjoy बिपरजॉय का मतलब होता है डिजास्टर यानी आपदा। Biporjoy नाम बांग्लादेश का दिया हुआ है। असल में, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में जितने भी चक्रवात आते हैं उनका नाम बारी-बारी से इस इलाके के देश रखते हैं जो पहले से तय होता है। यह सिस्टम साल 2004 से चलता आ रहा है ताकि चक्रवात के नाम एक ही हों।

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